आयुष्मान भारत योजना कार्ड कैसे बनाये?
इस योजना के ग्राहकों को
सरकार की ओर से आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड दिया जाता है, जिसके जरिए ग्राहक 5 लाख रुपए तक का
इलाज करा सकते हैं. बता दें इस कार्ड को बनवाने के लिए ग्राहक को सिर्फ 30 रुपए खर्च करने होते हैं. आपको
आधिकारिक वेबसाइट mera.pmjay.gov.in पर जाना होगा. इसके बाद में आपको एचएचडी कोड (HHD)चुनना होगा
आयुष्मान भारत योजना का लाभ कौन ले
सकता है?
सरकार एबीवाई के माध्यम से गरीब, उपेक्षित परिवार और
शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना चाहती है.
सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) 2011 के हिसाब से ग्रामीण इलाके के 8.03 करोड़ परिवार और
शहरी इलाके के 2.33 करोड़ परिवार आयुष्मान भारत योजना (एबीवाई) के दायरे में आयेंगे
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से अधिक परिवारों को लाभ मिलेगा.
- अपने मोबाइल नम्बर से लॉगिन कर पता करें आपका परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सम्मिलित है या नहीं.
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ लेने के लिए आपको कोई आवेदन करने की ज़रूरत नहीं है.
- अगर आपका परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना लिस्ट में सम्मिलित है तो आप चिकित्सा उपचार के लिए किसी भी सूचिबद्ध अस्पताल में प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का लाभ उठा सकते हैं.
आयुष्मान भारत योजना की पात्रता क्या
है?
भारत का नागरिक होना चाहिए । इन परिवार की
पहचान गरीब और सुविधाओं से वंचित लोगों (बीपीएल धारक) के तौर पर हुई है। ... आयुष्मान भारत
योजना (ABY) का लाभ लेने के लिए सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना के आंकड़ों का
इस्तेमाल किया गया है। PM-JAY का लाभ लेने के लिए परिवार के आकार या उम्र की कोई सीमा तय नहीं की
गई है।
आयुष्मान गोल्डन कार्ड कैसे बनवाएं ?
नजदीकी जनसेवा केन्द्र जाकर सबसे पहले आयुष्मान भारत योजना की सूची में अपना नाम तलाश करें। लिस्ट में नाम होने पर
रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके लिये आधार कार्ड, राशन कार्ड, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि जरूरी होंगे। रजिस्ट्रेशन आईडी बन जाने के
बाद 10 से 15 दिनों में 30 रुपये का शुल्क लेकर आपको कार्ड दे दिया जाएगा।
आयुष्मान भारत में कौन कौन सी बीमारी
का इलाज होता है?
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन
आरोग्य योजना के तहत लाभार्थियों को बेहतर चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए
प्रस्तावित नवीन योजना हेल्थ बेनिफिट पैकेज (एचबीपी) 2.0 को राज्य स्वास्थ्य
विभाग ने बुधवार से लागू कर दिया है। इसमें बर्न मैनेजमेंट के साथ ओपेन सर्जरी और
लेप्रोस्कोपी को भी शामिल किया है।
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